अयोध्या न्यूज डेस्क: अयोध्या के तारून थाना क्षेत्र में ट्यूबवेल पर सो रहे रिटायर्ड अमीन की हत्या के मामले में पुलिस ने बड़ा खुलासा किया है। यह जघन्य वारदात संपत्ति विवाद के चलते की गई थी। जांच में सामने आया कि मृतक के भाई की बहू ने अपने बेटे और उसके दो दोस्तों की मदद से साजिश रची और हत्या को अंजाम दिलवाया। पुलिस ने आरोपियों से हत्या में इस्तेमाल किया गया गड़ासा (बांका) भी बरामद कर लिया है।
एसएसपी डॉ. गौरव ग्रोवर ने बुधवार को पुलिस लाइन सभागार में प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि 24 मई की रात ग्राम बारा निवासी 65 वर्षीय कर्मराज यादव की ट्यूबवेल पर सोते समय गड़ासे से वार कर हत्या कर दी गई थी। अगले दिन जब उनका खून से लथपथ शव मिला, तो पुलिस ने एफएसएल टीम के साथ जांच शुरू की। मृतक के बेटे ने शुरुआती रिपोर्ट में संपत्ति विवाद को ही हत्या की वजह बताया था।
पुलिस और सर्विलांस टीम की गहन जांच के बाद संदेह मृतक के भाई की बहू कृष्णावती पर गया। जब उससे सख्ती से पूछताछ की गई, तो उसने सारी सच्चाई उगल दी। कृष्णावती ने बताया कि उसके ससुर वंशराज की 12 बीघा जमीन कर्मराज ने अपने नाम बैनामा करवा ली थी। पति की मृत्यु के बाद जब उसने जमीन में हिस्सा मांगा, तो कर्मराज ने मना कर दिया। इसी से नाराज होकर उसने बेटे अरविंद और उसके दोस्तों आलोक तिवारी और आदर्श सिंह के साथ मिलकर हत्या की साजिश रची।
घटना के समय कृष्णावती भी घटनास्थल के पास बाग में मौजूद थी, जिससे यह साफ हो गया कि यह सोची-समझी साजिश थी। पुलिस ने कृष्णावती और आरोपी आलोक तिवारी को गिरफ्तार कर लिया है और इनके पास से हत्या में इस्तेमाल किया गया गड़ासा बरामद किया गया है। अन्य दो आरोपियों से पूछताछ जारी है और पुलिस जल्द उन्हें भी पकड़ने का दावा कर रही है।